शनिवार, 20 फ़रवरी 2010

सेहत

नेगेटिव थिंकिंग से बचने के आसान टिप्स
होगा कोई वह दौर जब कम सैलेरी, कम फैसेलिटी में भी युवाओं में भरपूर खुशियाँ होती थी। आज भागदौड़ और कॉम्पिटिशन के इस दौर में अब लाखों-करोड़ों कमाने के बाद भी युवाओं के चेहरे पर वह खुशी नहीं होती जो पहले हुआ करती थी। युवा अपने काम से नाखुश हैं,डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। उनकी सोच पॉजिटिव के बजाय नेगेटिव होती जा रही है। यह स्थिति हेल्थ की दृष्टि से अच्छी नहीं है। आइए जानते हैं कुछ आसान टिप्स नेगेटिव थिंकिंग से बचने के :
हमें किसी भी सिचुएशन में हार नहीं माननी चाहिए। इससे बड़ी से बड़ी प्रॉब्लम भी हमें छोटी नजर आएगी। लगातार अपने ब्रेन को पॉजिटिव मैसेज देते रहना चाहिए।
खुद को री-चार्ज करें

जीवन में आने वाली छोटी से छोटी खुशी की कल्पना करें।
मेडिटेशन, शॉपिंग और अपनी दूसरी हॉबीज् को बढ़ावा देकर भी आप खुश रह सकते हैं।
इसके अलावा आप अपनी कुछ हैबीट और स्टाइल में बदलाव लाकर भी अपने प्रॉब्लम को दूर सकते हैं।
जब भी आपको यह लगे कि एक ही समय में आपकी जरूरत दो जगह पर है तो ऐसी कंडीशन में निराश न हों बल्कि ऐसे समय में अपने किसी फ्रेंड व फैमेली पर्सन की हेल्प ले सकते हैं।
रिश्तों में ताजगी लाएँ
अक्सर युवाओं को यह लगता है कि प्यार जताने की जरूरत नहीं होती है मगर हकीकत में समय-समय पर अपने चाहने वालों को यह बताते रहना चाहिए कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं। आपके जीवन में उनका क्या इंपॉर्टेंन्स है। इससे आपकी डगमग होती गाड़ी भी वापस पहिए पर चलने लगेगी।
प्यार आपको खुशी की फीलिंग्स देता है और जब आप अपने प्यार का इजहार करते हैं तो सामने वाला भी खुश होता है और आप भी।
अपने काम में आलस न करें
घर हो या बाहर अपने काम में कोई कोताही न करें। ऑफिस में अपने टीम के किसी से रूखा व्यवहार न करें। अपने प्रोफेशनलिज्म के साथ समझौता न करें। वाद-विवाद से दूर रहने का प्रयास करें। ऑफिस के उन लोगों से बातचीत लिमिटेड रखें जो आपके स्तर के नहीं है।
स्ट्रेस को दूर करें
फीजिकल फिटनेस के अलावा टीवी देखकर और किताबें पढ़कर भी आप दिमाग को नेगेटिव सिचुएशन से दूर रख सकते हैं।
इसके अलावा फल-फूल, सब्जी और सलाद खाकर भी खुद को हेल्दी रख सकते हैं।
सबसे आसान उपाय कि अपने आप से कहें : मेरे लिप्स नहीं जानते टेंशन क्या होता है, बस इसीलिए कैसी भी सिचुएशन हो, मुस्कराते रहते हैं।

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