बुधवार, 17 मार्च 2010

मिर्च-मसाला

सिर्फ प्रियंका चोपड़ा ने निभाया वादा
’जाने कहाँ से आई है’ के निर्देशक मिलाप झवेरी ने सिर्फ एक या दो शॉट के लिए बॉलीवुड की कई नामी अभिनेत्रियों को चुना था। जिसमें कैटरीना कैफ, दीपिका पादुकोण, विद्या बालन, प्रियंका चोपड़ा और अनुष्का शर्मा शामिल थीं। इन अभिनेत्रियों ने मिलाप से वादा किया कि वे उनकी फिल्म का हिस्सा जरूर बनेंगी। जब शूटिंग की बारी आई तो प्रियंका को छोड़ सभी ने बरसों पुराना ‘डेट प्राब्लम’ का बहाना बना दिया। सिर्फ प्रियंका ने वादा निभाया।
इसके बावजूद मिलाप इन अभिनेत्रियों का पक्ष लेते हुए कहते हैं कि सभी ने कुछ दिनों बाद की डेट्स दी, लेकिन मुझे फिल्म जल्दी रिलीज करना है इसलिए चाहकर भी मैं उनकी डेट्स का उपयोग नहीं कर सकता।
प्रियंका चोपड़ा ने ‘अंजाना-अंजानी’ की लंबी शूटिंग के बाद यूएस से लौटकर ‘जाने कहाँ से आई है’ की शूटिंग में हिस्सा लिया। इस फिल्म में प्रियंका के अलावा अक्षय कुमार, करण जौहर, फराह खान, साजिद खान, बोमन ईरानी और अमृता राव चंद सेकंड्‍स के लिए नजर आएँगे।
फिल्म में रितेश देशमुख और जैकलीन फर्नांडिस ने प्रमुख भूमिकाएँ निभाई हैं।
सनी देओल को गुस्सा आया
सनी देओल इन दिनों गुस्से में हैं। उनकी नाराजगी का कारण है सुभाष घई और उनका प्रोडक्शन हाउस मुक्ता आर्ट्‍स। सनी का कहना है कि घई साहब और उनकी कंपनी ने ‘राइट या रांग’ का ठीक से प्रमोशन नहीं किया और न ही फिल्म को ठीक समय पर रिलीज किया। इससे फिल्म के व्यवसाय पर गहरा असर पड़ा।
सनी कहते हैं ‘राइट या रांग बेहतरीन फिल्म है, लेकिन मुक्ता आर्ट्‍स ने इसका प्रचार ऐसे किया मानो ये फिल्म छोटे निर्माता या बैनर की है। वे सिर्फ बात और बात करते रहे। मीटिंग लेते रहे। योजना बनाते रहे। लेकिन किया कुछ नहीं। मैं इन बातों से परेशान हो चुका हूँ।‘
सनी मानते हैं कि सुभाष घई को इस फिल्म में रूचि नहीं थी। ‘उन्हें कभी भी ‘राइट या रांग’ पर भरोसा नहीं था। वे ऐसे सलाहकारों से घिरे हुए थे जो उन्हें फिल्म के बारे में गलत राय देते रहे। उनके मन में फिल्म को लेकर कन्फ्यूजन था।‘
फिल्म की रिलीज डेट को लेकर भी सनी खुश नहीं हैं। वे कहते हैं ‘मुझे बताया गया कि फिल्म को सही समय पर रिलीज किया जाएगा। अंत में उन्होंने फिल्म को उस दिन रिलीज किया जिस दिन आईपीएल मैचेस शुरू हुए। क्या यही सही तारीख है? सच्चाई तो यह है कि उन्हें फिल्म में कोई रूचि नहीं थी। जब उन्होंने फिल्म का ट्रायल शो आयोजित किया तो लोगों को फिल्म पसंद आई। अचानक उन्होंने फिल्म को रिलीज कर दिया। जहाँ तक मेरा पब्लिसिटी में हिस्सा लेने का सवाल है तो कहना चाहूँगा कि पहले वे दिसम्बर में इसे रिलीज करने वाले थे, फिर जनवरी...आखिर वे क्या चाहते थे। जब वे बुलाए, मैं पब्लिसिटी के लिए हाजिर हो जाऊँ।‘
फिल्म इंडस्ट्री में आए बदलाव से भी सनी नाराज हैं। इस बारे में वे बताते हैं ‘सब कुछ बदल रहा है। जबकि कुछ फिल्में ही क्लिक हो रही हैं। हमें अच्छे निर्देशकों की जरूरत है। जिन डायरेक्टर्स को हमने (देओल्स) ब्रेक दिया था, वे आज हमसे दूर भाग रहे हैं।‘
क्या सनी, राजकुमार संतोषी के बारे में बात कर रहे हैं? ‘वे मेरे साथ एक फिल्म करने वाले थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। संतोषी उन फिल्मों में ही रुचि लेते हैं जिनमें उन्हें ज्यादा से ज्यादा फायदा हो। इम्तियाज अली ने मेरे कजिन अभय देओल के साथ ‘सोचा ना था’ बनाई थी। बाद में वे इसी फिल्म को अलग-अलग तरीकों से बनाते रहे। संतोषी या अन्य फिल्ममेकर्स को सिर्फ पैसों से मतलब है।‘
अपनी आने वाली फिल्म ‘द मैन’ के बारे में सनी कहते हैं ‘फिल्म 50 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। फिल्म को बनने में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि यह बिग बजट फिल्म है। जहाँ तक ‘यमला पगला दीवाना’ का सवाल है तो मेरा मानना है कि यह फिल्म हिट साबित होगी। पंजाब में मैं, मेरा भाई और डैड इसकी शूटिंग कर रहे हैं और वहाँ हमें इतना प्यार मिल रहा है मानो हम उनके परिवार के ही सदस्य हों।‘
दूसरी तरफ सनी की बातों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुभाष घई कहते हैं ‘मुक्ता आर्ट्‍स ‘राइट या रांग’ के वर्ल्डराइट कंट्रोलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स है। हम फिल्म को बेच नहीं पा रहे थे क्योंकि इस फिल्म को खरीदने के लिए कोई तैयार नहीं था। सनी ने ये बातें फिल्म रिलीज होने के पहले क्यों नहीं कही। मैं 6 बार सनी के घर गया। हम फिल्म को 30 नवंबर को रिलीज करने वाले थे, लेकिन इन स्टार्स (सिर्फ सनी ही नहीं बल्कि इरफान, कोंकणा और ईशा) के पास फिल्म को प्रमोट करने के लिए समय नहीं था। हमने इस फिल्म को ओवरसीज़ टैरिटरी में मात्र 20 लाख रुपए में बेचा है। डेढ़ करोड़ रुपए इसकी पब्लिसिटी पर खर्च किए हैं। पब्लिसिटी के लिए कोई भी कलाकार उपलब्ध नहीं था। सनी का कहना है कि उन्हें पब्लिसिटी करना अच्छा नहीं लगता। उन्हें शाहरुख खान और आमिर खान की तरफ देखना चाहिए कि किस तरह से वे फिल्म की पब्लिसिटी में रूचि लेते हैं। सनी भी फिल्म की पब्लिसिटी में हिस्सा लेने की बजाय पंजाब शूटिंग के लिए चले गए। मुक्ता आर्ट्‍स को दोष देना गलत है। सनी बहुत अच्छे इंसान हैं लेकिन मार्केटिंग की नई रणनीतियों से परिचित नहीं हैं।‘

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