शनिवार, 5 जून 2010

कैरियर

आईआईएम के शॉर्ट-टर्म कोर्स

जेनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर अकाउंटिंग प्रोफेशनल्स

इस प्रोग्राम को आईआईएम कोलकाता ने शुरू किया है। इसमें वे दाखिला ले सकते हैं, जो चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, कॉस्ट अकाउंटेंसी का काम करते हैं या हैं कंपनी सेक्रेटरी। यदि आप इन क्षेत्रों में हैं और चाहते हैं कि कॉरपोरेट सेक्टर में आपका करियर सीएफ या सीईओ लेवल तक पहुंचे, तो इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। दरअसल, इस कोर्स प्रोग्राम में जेनरल मैनेजमेंट से लेकर एडवांस बिजनेस स्ट्रेटेजी के बारे में बारीकी से बताया जाता है। साथ ही इस प्रतिस्पर्धी वातावरण में लीडरशिप, कैसे अपने सबऑर्डिनेट से कम्युनिकेट करना है? मैनेजमेंट से कैसे बात करनी है? इस बारे में भी विस्तार से चर्चा की जाती है। इस कोर्स के लिए एग्जामिनेशन होता है। जो कैंडिडेट कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं, उन्हें आईआईएम कोलकाता की तरफ से सर्टिफिकेट और ग्रेड सीट भी दिए जाते हैं। प्रोग्राम की कुल अवधि 18 माह है।

एग्जीक्यूटिव पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम, आईआईएम, कोझिकोड :

वर्किंग एग्जीक्यूटिव के लिए यह एक बेहतरीन प्रोग्राम है। इसे आईआईएम कोझिकोड ने ह्युगस नेट ग्लोबल एजुकेशन के साथ मिलकर लॉन्च किया है। यह एक इंटरेक्टिव डिस्टेंस लर्निग प्रोग्राम है। इंटरेक्टिव क्लास रूम सेशन होता है, इसका मकसद है ऐसा मैनेजमेंट एजुकेशन उपलब्ध कराना, जिससे वर्किंग प्रोफेशनल अपनी स्किल्स में इजाफा कर सकें। यह दो साल का कोर्स है, जिसमें 810 क्लासरूम लेक्चर होते हैं। यह कुल 90 घंटे का होता है। पहले वर्ष में पाठ्यक्रम में जेनरल मैनेजमेंट पर फोकस होता है। वहीं दूसरे वर्ष में प्रतिभागियों को मार्केटिंग, फाइनेंस, स्ट्रेटेजी और ऑपरेशंस मैनेजमेंट में से दो फंक्शनल एरिया में स्पेशलाइज करना होता है। इसमें ग्रेजुएट्स, सीए, आईसीडब्ल्यूएआई कोई भी दाखिला ले सकते हैं। हां, इन्हें पांच वर्ष का कार्य-अनुभव जरूर होना चाहिए। आवेदनकर्ताओं को एग्जीक्यूटिव मैनेजमेंट ऐप्टीट्यूड टेस्ट देना होता है। आईआईएम, कोझीकोड हर वर्ष इसे आयोजित करता है। इसमें साक्षात्कार भी होते हैं।

एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम इन ह्युमन रिसोर्स मैनेजमेंट, आईआईएम, कोलकाता

प्रतिस्पर्धी व‌र्ल्ड में आगे निकलने के लिए कस्टमर सर्विस की महत्ता इन दिनों हर कोई समझ रहा है। इसके लिए जरूरत होगी-मानव पूंजी की, जो इस काम के लिए बेहतरी से तैयार हो सकें। सर्विस इंडस्ट्री में यह काम बेहद महत्वपूर्ण समझा जाता है। इस लिहाज से यह कोर्स काफी अच्छा और उपयोगी भी है। इसमें कस्टमर के सोचने-समझने का तरीका, मैन्युफैक्चरिंग में ह्यूमन रिसोर्सेज को कैसे मैनेज किया जाता है, बेहतर सर्विस कैसे देनी चाहिए आदि खास बातों के बारे में बताया जाता है। कुछ खास इंडस्ट्री मसलन, हेल्थकेयर, आईटी या आउटसोर्सिग, फाइनेंशियल सर्विसेज, प्रोफेशनल सर्विसेज, सेल्स और मैन्युफैक्चरिंग के बारे में भी कैंडिडेट को अवगत कराया जाता है। कहने का आशय यह है कि इस तरह के कोर्स सभी के लिए फायदेमंद हैं।

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